संदेश

Facebook-Instagram Down: फेसबुक, इंस्टाग्राम हुआ डाउन, अपने आप लॉगआउट हो रहे अकाउंट

Facebook-Instagram Down: फेसबुक, इंस्टाग्राम हुआ डाउन, अपने आप लॉगआउट हो रहे अकाउंट FB Insta Down: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक और इंस्टाग्राम के अचानक डाउन होने से यूजर्स परेशान हैं. ट्विटर पर #facebookdown ट्रेंड करने लगा. यूजर्स मीम्स भी शेयर कर रहे हैं. 💥💥💥 *दुनियाभर में मेटा अकाउंट क्रेश हुआ है* *यूजर्स के फेसबुक अकाउट बंद हुए* *लॉग आउट के बाद लॉगइन नहीं हो रहे है* *इंस्टाग्राम अकाउंट भी लॉग आउट हुए है!* *सूचना के अनुसार ये तकनीकी समस्या है, जिसे जल्द ही दुरुस्त कर दिया जाएगा!* अब क्या करे आप क्या कुछ समय बाद फेसबुक और इंसग्राम चलने लग जायेगा घबराएं नहीं यह जल्द ही सही हो जाएगा Punjabi movie online watch  free and new movie online watch  telegram channel link 👇 https://t.me/mysticmingl

क्रेडिट कार्ड मैनेजमेंट है हुनर, सही कार्ड चुनें, सही तरीके से इस्तेमाल करें

चित्र
 क्रेडिट कार्ड मैनेजमेंट है हुनर, सही कार्ड चुनें, सही तरीके से इस्तेमाल करें डिजिटल इंडिया में क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग करना लोगों की आदत में शुमार होता जा रहा है। RBI के डेटा के अनुसार, इस साल की जुलाई में क्रेडिट कार्ड से लगभग 1.5 लाख करोड़ रुपए खर्च किए गए। वहीं, फाइनेंशियल ईयर 2019-20 में लोग एक महीने में लगभग 60 हजार करोड़ रुपए खर्च करते थे। यानी 4 साल में लोगों का क्रेडिट कार्ड से किया जाने वाला खर्च ढाई गुना बढ़ गया। अपने लिए सही क्रेडिट कार्ड कैसे चुनें नई-नई जॉब लगे व्यक्ति को जितनी खुशी उसकी पहली सैलरी पर होती है, लगभग उतनी ही खुशी उसे पहले क्रेडिट कार्ड मिलने पर भी होती है। क्रेडिट स्कोर ब्लेंक होने की वजह से पहला कार्ड जल्दी मिलता भी नहीं। लेकिन एक बार कार्ड मिल गया और अगर आप उसका सही इस्तेमाल कर रहे हैं, तो फिर दूसरा और तीसरा कार्ड मिलने में आपको ज्यादा समस्या नहीं आएगी। ऐसे में हमारी कोशिश होनी चाहिए कि हम सिर्फ लिमिटेड और जरूरत के मुताबिक ही कार्ड रखें। मार्केट में हर तरह के कार्ड उपलब्ध हैं, किसी कार्ड पर फ्यूल भरवाने पर ज्यादा फायदा है तो किसी पर होटल में रुकने पर। ऐसे

लाल नहीं,काला टमाटर खाइए!

चित्र
 लाल नहीं,काला टमाटर खाइए!  अपने काले टमाटर के बारे में शायद ही सुना होगा। पिछले दो सालों से भारत में इसकी खेती भी शुरू हो गई है। ब्रिटेन के रास्ते भारत पहुंचा यह टमाटर की खेती कमोबेश लाल टमाटर के जैसे ही होती है।यह टमाटर सिर्फ अपने रंग के लिए विख्यात नहीं है बल्कि इसमें मौजूद गुणकारी तत्व भी बाकमाल है।   काले टमाटर को सबसे पहले ब्रिटेन में उगाया गया । इस टमाटर को उगाने का श्रेय रे ब्राउन को जाता है। इस टमाटर को जेनेटिक म्यूटेशन के द्वारा बनाया गया है। अंग्रेजी में इसे इंडि‍गो रोज़ टोमेटो कहा जाता है। खुशखबरी तो ये है कि अब ये काला टमाटर भारत में भी दस्तक दे चुका है यानि इसकी खेती अब भारत में भी संभव है क्योंकि इसके बीज ऑनलाइन खरीददारी करके मंगाए जा सकते हैं। बीज के एक पैकेट की कीमत 450 रुपए है, जिसमें 130 बीज होते हैं। इतने रंग बदलता है ये खास टमाटर! ये टमाटर आम टमाटर की तरह ही उगता है। सबसे पहले ये हरा होता है। उसके बाद लाल। फिर इसका रंग नीला होते-होते काला हो जाता है। जो कि काला टमाटर कहलाता है। जब आप इसे काटेगे तो इसका गूदा लाल टमाटर की तरह की लाल होता है। बस फर्क ये है कि इसमें प

AGRON-221(Agro-meteorology) Hindi notes

 AGRON-221(Agro-meteorology) https://drive.google.com/file/d/1he07S_w9v6GXcmTZvK2qn-JpbQzVgptf/view?usp=drivesdk Hand notes https://drive.google.com/file/d/1he07S_w9v6GXcmTZvK2qn-JpbQzVgptf/view?usp=drivesdk B.sc ag all notes 👇 https://goodfarmer1947.blogspot.com/2023/07/bschonsag-2nd-year-2nd-semester.html

B.sc(Hons)Ag 2nd year 2nd semester

b.sc ag 2nd year 2nd semester all notes. 👇 AGECON-221 AGRON-221 AGRON-222 ENTO-221 GPB-221 SSAC-221 HORT-221 HORT-222 PAPER-221

B.sc(Hons)Ag 1 year 2nd semester notes

B.sc ag all notes 👇 AGECON-121 AGENGG-121 AGRON-121 CPHYS-121 ENTO-121 EXCOM-121 GPB-121 PPATH-121 SSAC-121 PAPER-121

Red rot of sugarcane

        गन्ने की लाल सड़न  (Red rot of sugarcane) रेड रोट एक विनाशकारी कवक रोग है जो दुनिया भर में गन्ने की फसलों को प्रभावित करता है। यह कवक Colletotricum falcatum के कारण होता है, और यह मुख्य रूप से गन्ने के पौधों के डंठल को प्रभावित करता है। लाल सड़ांध से महत्वपूर्ण उपज हानि हो सकती है और गन्ने की फसल की गुणवत्ता कम हो सकती है। गन्ने की लाल सड़न के बारे में कुछ मुख्य बातें इस प्रकार हैं: लक्षण: रोग का नाम संक्रमित गन्ने के डंठल के इंटरनोड्स और संवहनी ऊतकों पर दिखाई देने वाली विशेषता लाल मलिनकिरण से मिलता है। प्रारंभ में, छोटे, पानी से भरे घाव विकसित होते हैं, जो बाद में बड़े होकर गहरे लाल या भूरे रंग के हो जाते हैं। घाव एक पीले प्रभामंडल से घिरे हो सकते हैं। जैसे-जैसे रोग बढ़ता है, संक्रमित डंठल भंगुर हो जाते हैं और आसानी से टूट सकते हैं। रोग चक्र: लाल सड़ांध फफूंद बीजाणुओं के प्रसार से फैलती है। कवक संक्रमित गन्ने के अवशेषों के साथ-साथ मिट्टी में और गन्ने के डंठल की सतह पर जीवित रहता है। बीजाणु हवा, बारिश या यांत्रिक तरीकों से फैल सकते हैं और घावों या प्राकृतिक छिद्रों के माध्यम से