ड्रेगन फ्रूट की खेती से भारत में कमाए लाखो

         ड्रेगन फ्रूट की खेती 

ड्रैगन फ्रूट या ड्रैगन फ्रुट एक ऐसा फल है जो एक जंगली प्रजाति से उत्पन्न हुआ है और अब यह फल विभिन्न भागों में खेती किया जाता है। ड्रैगन फ्रूट के पेड़ आमतौर पर कम नाटे वाले होते हैं, जो लम्बे, घने और बड़े होते हैं।



ड्रैगन फ्रूट की खेती करने के लिए उपयुक्त जलवायु की आवश्यकता होती है। यह फल उष्णकटिबंधीय और उमसद्योगी जलवायु में अधिक सफलता से उत्पन्न होता है। इसके अलावा, उपयुक्त जमीन और पानी की आपूर्ति भी आवश्यक होती है। ड्रैगन फ्रूट को उत्पादन के दौरान अच्छी तरह से समझें और समय-समय पर समझौतों के साथ बीमारियों और कीटाणुओं से बचाएं।

अधिकतर देशों में ड्रैगन फ्रूट की खेती का सबसे अधिक उत्पादन चीन, वियतनाम, थाईलैंड और मलेशिया में किया जाता है

ड्रैगन फ्रूट से सालाना कमाई 

ड्रैगन फ्रूट से सालाना कमाई उस देश, क्षेत्र और उत्पादक से भिन्न हो सकती है जहां इसकी खेती की जाती है। उत्पादकों को विभिन्न फायदे मिलते हैं जैसे कि बिक्री के माध्यम से नकदी प्राप्ति, निर्यात के माध्यम से अधिक दर में बेचना और अधिकतम लाभ कमाना।

जैसा कि मैंने पहले कहा, ड्रैगन फ्रूट की खेती करने के लिए उपयुक्त जलवायु की आवश्यकता होती है और अधिकतर देशों में इसकी खेती कुशल और अनुभवी किसानों द्वारा की जाती है।

ड्रैगन फ्रूट के उत्पादन और बिक्री से संबंधित कई कारक होते हैं जैसे कि उत्पादक की खेती के लिए उपलब्ध सामग्री, उत्पाद की मांग, बाजार में कीमतों के विश्लेषण और उत्पाद के गुणवत्ता आदि।



सामान्य रूप से, ड्रैगन फ्रूट की खेती से सालाना 5-10 लाख रुपये तक की कमाई की जा सकती है, लेकिन यह बिक्री की कीमत, उत्पाद की मांग और कीमतों के बदलते उतार-चढ़ाव के आधार पर भिन्न हो सकती है।

भारत में लगाने की लागत 


भारत में ड्रैगन फ्रूट की खेती करने के लिए लगाने की लागत भी क्षेत्र के अनुसार भिन्न होगी। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक जैसे राज्यों में ड्रैगन फ्रूट की खेती की जाती है।

भारत में ड्रैगन फ्रूट की खेती करने के लिए आवश्यक खर्चों में निम्नलिखित हो सकते हैं:

1. जमीन की भूमि का किराया या खरीद: भारत में जमीन की कीमत क्षेत्र के अनुसार भिन्न होती है। सामान्य रूप से, ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए कम से कम 1 एकड़ जमीन की आवश्यकता होती है।

2. उपकरण लागत: खेत तैयार करने के लिए जैसे ट्रैक्टर, खुरपा, जूते, अधिक बीज आदि की लागत सामान्य रूप से लगभग 50,000 से 75,000 रुपये प्रति एकड़ होती है।

3. बीज लागत: ड्रैगन फ्रूट के लिए खर्च भी उचित होते हैं जो सामान्य रूप से 15,000 से 20,000 रुपये प्रति एकड़ होते हैं।

4. खाद और पेय: 


भारत में ड्रैगन फ्रूट की उपज

भारत में ड्रैगन फ्रूट की उपज का औसत आकलन 10-15 टन प्रति हेक्टेयर हो सकता है। यह उम्र, पोषण, देखभाल और फसल संग्रहण के विभिन्न तत्वों पर निर्भर करता है। भारत के विभिन्न भागों में अलग-अलग मौसम और जलवायु शर्तें होती हैं, जो पौधे की उपज पर प्रभाव डालती हैं।





टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

Facebook-Instagram Down: फेसबुक, इंस्टाग्राम हुआ डाउन, अपने आप लॉगआउट हो रहे अकाउंट

लाल नहीं,काला टमाटर खाइए!